योजना की जानकारी

भीतरी और बाहरी चंगाईनमूना

भीतरी और बाहरी चंगाई

दिन 4 का 7

बिना किसी अपवाद के,सबके लिए चंगाई

जब मत्ती,मरकुस और लूका रचित सुसमाचार को पढ़ते हैं,तो वहां पर यीशु की चंगाई की सेवकाई के नमूने को पाते हैं।

-उसके पास जो कोई आया, उसने बिना कोई पक्षपात किये उन सभी को चंगा किया। -उसने उन लोगों को भी चंगा किया जिन्हें उसकी उपस्थिति में लाकर चटाई पर लेटा दिया गया

-उसने उन लोगों को चंगा किया जिन्होंने व्याकुल होकर परमेश्वर से प्रार्थना की और लोगों से लज्जा या उनके उपहास की कोई परवाह नहीं की।

यह वर्तमान में हम पर इस बात को प्रगट करता है कि हम उसके पास आ सकते हैं। हम उसकी उपस्थिति में आ सकते हैं और अपने जीवन के दुःखद और निराशाजनक क्षणों में उसे पुकार सकते हैं।

हम प्रायः अंतिम क्षणों में परमेश्वर से प्रार्थना करने का प्रयास करने से पहले अधिकतर घटनाओं में पहले अपने मित्रों,प्रिय जनों या वैद्यों को याद करते हैं।

हमारा जीवन परमेश्वर द्वारा दिये जाने वाले उन वचनों व प्रतिज्ञाओं पर निर्भर होने की बजाय जो वह हमें देना चाहते हैं इन्टरनेट द्वारा दिये गये समाधान या सलाह पर आधारित होता है।

उस शान्ति की कल्पना करके देखें जो हमें उस दशा में प्राप्त हो सकती है,जब हम किसी व्यक्ति को मदद या सलाह के लिए पुकारने से पहले घुटनों पर होकर परमेश्वर की उपस्थिति में आ जाते हैं।

चाहे हमारा रोग कितना भी जटिल क्यों न हो उसकी चारों ओर से घेरने वाली उपस्थिति हमें संभालने और सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त है। यदि मेरे जीवन की सर्वोच्च चाह मेरे जीवन में उसकी उपस्थिति हो तो कैसा रहेगा?

यदि हम हर रोज यीशु के इतने नज़दीक होते चले जाएग कि हम उसके स्पर्श को महसूस कर सकें?

भजनकार अनेकों बार लिखता है कि हम अपनी निराशाजनक परिस्थितियों में किस प्रकार परमेश्वर को पुकारते हैं। अगर हम अपने में सब कुछ सम्पन्न होने के दिखावे छोड़कर अप्रतिष्ठित दशा में प्रभु के सम्मुख में आ जाएं तो कैसा रहेगा। वह हमारे कुरूप आंसुओं,हमारे दुःखों और हमारी हताशा को सम्भाल सकते हैं। अन्धे बरतिमाई ने भीड़ की परवाह किये बगैरउनकी आवाज़ से उठकर अपनी आवाज़ को उठाया और यीशु के ध्यान को आकर्षिक करने के लिए पूरी ताकत से यीशु को पुकारा।

अगर हम भी आज अपनी पूरी ताकत से आज अपनी निराशा में यीशु को पुकारें और उससे चंगाई को मांगे तो क्या होगा?

वह हमारे संघर्षों के बीच में हमारी पुकार को सुनने की प्रतीक्षा करते हैं,ताकि वह उन कष्टों को सह सके जिन्हें हम नहीं सह सकते। ताकि वह उन बीमारियों को चंगा कर सके जिन्हें हम चंगा नहीं कर सकते हैं।

दिन 3दिन 5

इस योजना के बारें में

भीतरी और बाहरी चंगाई

हमें सम्भवतः इस विषय पर सारी बातों की जानकारी न हो, लेकिन हम जानते हैं कि यीशु की ज़मीनी सेवकाई के बड़े भाग में चंगाई शामिल थी। मेरी प्रार्थना है कि जब आप इस बाइबल योजना को पढ़ें, तो आप चंगाई की गहराई और सम्पूर्णता को प्राप...

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए क्रिस्टीन जयकरन को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.instagram.com/christinegershom/

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