याकूब भूमिका

भूमिका
याकूब की पत्री व्यावहारिक निर्देशों का एक संग्रह है जो सारे संसार में तितर–बितर हो कर रहनेवाले परमेश्‍वर के लोगों के लिये लिखा गया है। लेखक मसीही आचार–व्यवहार और चालचलन के लिये व्यावहारिक ज्ञान और मार्गदर्शन से सम्बन्धित निर्देशों को प्रस्तुत करने के लिये कई सजीव उपमाओं का प्रयोग करता है। वह विभिन्न विषयों पर मसीही दृष्‍टिकोण से विचार करता है, जैसे अमीरी और गरीबी, परीक्षा, अच्छा चालचलन, पक्षपात, विश्‍वास और कर्म, जीभ का प्रयोग, बुद्धिमानी, लड़ाई–झगड़ा, घमण्ड और दीनता, दूसरों पर दोष लगाना, डींग मारना, धीरज धरना, और प्रार्थना करना।
यह पत्री मसीहियत का पालन करने में विश्‍वास के साथ ही कर्म करने के महत्व पर भी बल देती है।
रूप–रेखा :
भूमिका 1:1
विश्‍वास और बुद्धिमानी 1:2–8
गरीबी और धन–दौलत 1:9–11
परख और प्रलोभन 1:12–18
सुनना और करना 1:19–27
पक्षपात के विरुद्ध चेतावनी 2:1–13
विश्‍वास और कर्म 2:14–26
मसीही और उसकी जीभ 3:1–18
मसीही और संसार 4:1—5:6
विभिन्न निर्देश 5:7–20

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याकूब भूमिका: HINOVBSI

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